छादालदोससुद्धं कारणजुत्तं विसुद्धणवकोडी
सीदादीसमभुत्ती परिसुद्धा एसणासमिदी ॥13॥
अन्वयार्थ : [छादालदोससुद्धं] उद्गम, उत्पादन, आदि छियालीस दोषों से रहित शुद्ध, [कारणजुत्तं] कारण से सहित, [विसुद्धणवकोडी] नवकोटि से विशुद्ध और [सीदादीसमभुत्ती] शीत उष्ण आदि में समान भाव से आहार ग्रहण करना [परिसुद्धा] निर्मल [एसणासमिदी] एषणा समिति है।