
णाणुवहिं संजमुवहिं सउचुवहिं अण्णमप्पमुवहिं वा
पयदं गहणिक्खेवो समिदी आदाणिक्खेवा ॥14॥
अन्वयार्थ : [णाणुवहिं] ज्ञान के उपकरण, [संजमुवहिं] संयम के उपकरण, [सउचुवहिं] शौच का उपकरण अथवा [अण्णमप्पमुवहिं] अन्य उपकरणों को भी [पयदं गहणिक्खेवो] प्रयत्नपूर्वक ग्रहण करना और रखना [मिदी आदाणिक्खेवा] आदान निक्षेपण समिति है ।