+ कुमरण से सम्बंधित प्रश्न -
का देवदुग्गईओ का बोही केण व बुज्झए मरणं
केण व अणंतपारे संसारे हिंडए जीवो ॥62॥
अन्वयार्थ : देव दुर्गति का क्या लक्षण है ? बोधि का क्या स्वरूप है ? किस परिणाम से मरण नहीं जाना जाता है ? तथा किन कारणों से यह जीव, जिसका पार पाना कठिन है ऐसे अपार संसार में भ्रमण करता है ?