+ बालमरण करने वाला कैसे मरता है -
सत्थग्गहणं विसभक्खणं च जलणं जलप्पवेसो य
अणयारभंडसेवी जम्मणमरणाणुबंधीणि ॥74॥
अन्वयार्थ : शस्त्रों के घात से मरना, विष भक्षण करना, अग्नि में जल जाना, जल में प्रवेश कर मरना और पाप क्रियामय द्रव्य का सेवन करके मरना ये मरण-जन्म और मृत्यु की परम्परा को करने वाले बाल-बाल मरण हैं ।