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किस गुरुकुल में रहना उचित
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तत्थ ण कप्पइ वासो जत्थ इमे णत्थि पंच आधारा
आइरियउवज्झाया पवत्तथेरा गणधरा य ॥155॥
अन्वयार्थ :
जहाँ आचार्य, उपाध्याय, प्रवर्तक, स्थविर और गणधर ये पाँच आधार हैं वहाँ रहना उचित है और जहाँ ये पाँच आधार नहीं है वहाँ रहना उचित नहीं है ।