+ आगंतुक पर-संघ मुनि के लिए आदरविधि -
आएसं एज्जंतं सहसा दट्ठूण संजदा सव्वे
वच्छल्लाणासंगहपणमणहेदुं समुट्ठं ति ॥160॥
अन्वयार्थ : पर संघ से प्रयास कर आते हुए आगन्तुक मुनि को देखकर संघ के सभी मुनि उठकर खड़े हो जाते हैं । किसलिए ? मुनि के प्रति वात्सल्य के लिए, सर्वज्ञ देव की आज्ञा पालन करने के लिए, आगन्तुक साधु को अपनाने के लिए और उनको प्रणाम करने के लिए वे संयत तत्क्षण खड़े हो जाते हैं ।