+ संग्रह सूत्रों के भेद -
लगं वदं च सुद्धी वसदिविहारं च भिक्ख णाणं च ।
उज्झणसुद्धी य पुणो वक्कं च तवं तधा झाणं ॥771॥
अन्वयार्थ : लिंग-शुद्धि, व्रत-शुद्धि, वसति-शुद्धि, विहार-शुद्धि, भिक्षा-शुद्धि, ज्ञान-शुद्धि, उज्झन-शुद्धि, वाक्य-शुद्धि, तप-शुद्धि, और ध्यान-शुद्धि ये दस अनगार भावना सूत्र के दस भेद हैं ।