
अस्ति पुरुषश्चिदात्मा विवर्जित: स्पर्शगन्धरसवर्णै: ।
गुणपर्ययसमवेत: समाहित: समुदयव्ययध्रौव्यै: ॥9॥
वर्ण-गन्ध-रस-पर्श रहित चेतन स्वरूप है पुरुष अहो ।
गुण-पर्याय सहित है व्यय-उत्पाद-ध्रौवय से युक्त अहा ॥९॥
अन्वयार्थ : [पुरुष: चिदात्मा अस्ति] पुरुष चेतना-स्वरूप है, [स्पर्शरसगन्धवर्णै:] स्पर्श, रस, गन्ध और वर्ण से [विवर्जित:] रहित है, [गुणपर्ययसमवेत:] गुण और पर्याय सहित है, तथा [समुदयव्ययध्रौव्यै:] उत्पाद, व्यय और ध्रौव्य [समाहित:] युक्त है ॥८॥
Meaning : Purusha is pure consciousness. It is free froin touch, siell, taste and colour, has its owa attributes and conditions, and is possessed of manifestation, disappearance and continuity.
टोडरमल