+ मदिरा से हिंसा कैसे? -
रसजानां बहूनां जीवानां योनिरिष्यते मद्यम् ।
मद्यं भजतां तेषां हिंसा संजायतेऽवश्यम् ॥63॥
बहु रसज जीवों की सुयोनि, मद्य मानी गई है ।
यों मद्य सेवी के सतत हिंसा सुनिश्चित नियत है ॥६३॥
अन्वयार्थ : [च मद्यं बहूनां] और मदिरा बहुत [रसजानां जीवानां] रस से उत्पन्न हुए जीवों का [योनि: इष्यते] उत्पत्ति स्थान माना जाता है; [मद्यं भजतां तेषां] मदिरा का सेवन करता है, उसके [हिंसा अवश्यम् संजायते] हिंसा अवश्य ही होती है ।
Meaning : And wine is said to be the birth-place of many creatures which are generated in liquor; those who are given up to wine, necessarily commit Himsa,

  टोडरमल