
अभिमानभयजुगुप्साहास्यारतिशोककामकोपाद्याः ।
हिंसायाः पर्यायाः सर्वेऽपि चसरकसन्निहिताः ॥64॥
नित मान हास्य अरति जुगुप्सा, शोक भय कामादि सब ।
हिंसा के ही पर्यायवाची, मद्य के अति ही निकट ॥६४॥
अन्वयार्थ : [च अभिमानभयजुगुप्साहास्यारतिशोककामकोपाद्या:] और अभिमान, भय, ग्लानि, हास्य, अरति, शोक, काम, क्रोधादि [हिंसाया: पर्याया:] हिंसा के पर्यायवाची हैं और [सर्वेऽपि सरकसन्निहिता:] यह सभी मदिरा के निकटवर्ती हैं ।
Meaning : Pride, fear, disgust, ridicule, ennui, grief, sexpassion, anger, etc., are forms of Himsa; and all th:se are concomitants of wine.
टोडरमल