+ त्याग के प्रकार -
कृतकारितानुमननैर्वाक्कायमनोभिरिष्यते नवधा ।
औत्सर्गिकी निवृत्तिर्विचित्ररूपापवादिकी त्वेषा ॥75॥
नित मान्य है उत्सर्ग त्याग, सदा वचन मन काय कृत ।
कारित अनुमत भेद नौ से, त्याग अपवादी विविध ॥७५॥
अन्वयार्थ : [औत्सर्गिकी निवृत्ति:] उत्सर्गरूप निवृत्ति अर्थात् सामान्य त्याग [कृतकारितअनुमननै:] कृत, कारित और अनुमोदनारूप [वाक्कायनोभि:] मन, वचन और काय से [नवधा इष्यते] नव प्रकार से माना गया है [तु एषा] और यह [अपवादिकी विचित्ररूपा] अपवादरूप निवृत्ति अनेकरूप है ।
Meaning : Those who, even after listening to the doctrine of Ahimsa, are not able to renounce the Himsa of immobile beings, should at least give up the Himsa of mobile beings.

  टोडरमल