
धर्ममहिंसारूपं संशृण्वन्तोपि ये परित्यक्तुम ।
स्थावरहिंसामसहास्त्रसहिंसां तेऽपि मुञ्चन्तु ॥76॥
इस अहिंसामय धर्म को, सुन भी यदि असमर्थ हैं ।
जो घात थावर छोड़ने, त्रस जीव हिंसा छोड़ दें ॥७६॥
अन्वयार्थ : [ये अहिंसारूपं] जो जीव अहिंसारूप [धर्मं संशृण्वन्त: अपि] धर्म को भले प्रकार सुनकर भी [स्थावर हिंसां परित्युक्तम्] स्थावर जीवों की हिंसा छोड़ने को [असहा: ते अपि] असमर्थ हैं, वे जीव भी [त्रसहिंसां मुञ्चन्तु] त्रस जीवों की हिंसा त्याग दें ।
Meaning : Renunciation of nine-fold commission, by self, through agent, and approval, by body, speech, and mind, is Perfect Renunciation . Imperfect renun. ciation is of various kinds.
टोडरमल