+ उदाहरण -
माधुर्यप्रीति: किल दुग्धे मन्दैव मन्दमाधुर्ये ।
सैवोत्कटमाधुर्ये खण्डे व्यपदिश्यते तीव्रा ॥123॥
हो अल्प मीठे दूध में नित, अल्प प्रीति जग कहे ।
अत्यन्त मीठी खाण्ड में हो, अधिक प्रीति जान ले ॥१२३॥
अन्वयार्थ : [किल मन्दमाधुर्ये] निश्चय से थोड़ी मिठासवाले [दुग्धे माधुर्यप्रीति:] दूध में मिठास की रुचि [मन्दा एव] थोड़ी ही [व्यपदिश्यते] कहने में आती है और [स एव] वही मिठास की रुचि [उत्कटमाधुर्ये] अत्यन्त मिठासवाली [खण्डे तीव्रा] खाँड में अधिक कहने में आती है ।
Meaning : In the case of one who likes milk, which is moderately sweet, the desire for sweetness, is feeble. That desire is said to be intense in the case of one who likes sugar, which is extremely sweet.

  टोडरमल