उक्तेन ततो विधिना नीत्वा दिवसं द्वितीयरात्रिं च ।
अतिवाहयेत्प्रयत्नादर्धं च तृतीयादिवसस्य ॥156॥
पूर्वोक्त विधि से यह दिवस, द्वितीय रात्रि भी बिता ।
इस ही विधि से यत्न पूर्वक, तृतिय दिन आधा बिता ॥१५६॥
अन्वयार्थ : [तत: उक्तेन विधिना] उसके बाद पूर्वोक्त विधि से [दिवसं च द्वितीयरात्रिं] उपवास का दिन और दूसरी रात को [नीत्वा च] व्यतीत करके फिर [तृतीयदिवसस्य] तीसरे दिन का [अर्धं] आधा भाग भी [प्रयत्नात्] अतिशय यत्नाचारपूर्वक [अतिवाहयेत्] व्यतीत करे ।
Meaning : The day, the second night, and the half of the third day should carefully be passed in the manner stated above.

  टोडरमल