पं-सदासुखदासजी
पडिलेहणेण पडिलेहिज्जइ चिह्णं च होइ सगपक्खे ।
विस्सासियं च लिंगं संजय पडिरूवदा चेव॥99॥
जीवों की रक्षा करना यह जीव-दया का चिह्न अहो ।
लोक करे विश्वास और यह संयम का प्रतिबिम्ब कहो॥99॥
सदासुखदासजी