ठिदिसंतकम्मसमकरणत्थं सव्वेसि तेसि कम्माणं ।
अंतोमुहुत्त सेसे जंति समुग्घादमाउम्मि॥2119॥
जब अन्तर्मुहूर्त ही आयु शेष रहे तब वे जिनराज ।
चारों कमाब की स्थिति सम करने करते समुद्घात॥2119॥
अन्वयार्थ : अन्तर्मुहूर्त प्रमाण आयुकर्म अवशेष रह जाये, तब सत्ता में रहे नाम, वेदनीय, गोत्र - इन सभी कर्म की स्थिति आयु के समान करने के लिए समुद्घात को प्राप्त होते हैं ।

  सदासुखदासजी