
कोडिसयसहस्साइं, सत्तट्ठ णव य अट्ठवीसाइं।
बेइंदिय-तेइंदिय-चउरिंदिय-हरिदकायाणं॥114॥
अन्वयार्थ : द्वीन्द्रिय जीवों के कुल सात लाख कोटि, त्रीन्द्रिय जीवों के कुल आठ लाख कोटि, चतुरिन्द्रिय जीवों के कुल नौ लाख कोटि, और वनस्पतिकायिक जीवों के कुल 28 लाख कोटि हैं ॥114॥
जीवतत्त्वप्रदीपिका