
अद्धतेरस बारस, दसयं कुलकोडिसदसहस्साइं।
जलचर-प्निख-चउप्पय-उरपरिसप्पेसु णव होंति॥115॥
अन्वयार्थ : पंचेन्द्रिय तिर्यंचों में जलचर जीवों के साढ़े बारह लाख कोटि, पक्षियों के बारह लाख कोटि, पशुओं के दश लाख कोटि, और छाती के सहारे से चलने वाले दुमुही आदि के नव लाख कोटि कुल हैं ॥115॥
जीवतत्त्वप्रदीपिका