तिण्णिसयसट्ठिविरहिद, लक्खं दशमूलताडिदे मूलम्।
णवगुणिदे सट्ठिहदे, चक्खुप्फासस्स अद्धाणं॥170॥
अन्वयार्थ : तीन सौ साठ कम एक लाख योजन जम्बूद्वीप के विष्कम्भ का वर्ग करना और उसका दशगुणा करके वर्गमूल निकालना, इससे जो राशि उत्पन्न हो उसमें नव का गुणा और साठ का भाग देने से चक्षुरिन्द्रिय का उत्कृष्ट विषयक्षेत्र निकलता है ॥170॥

  जीवतत्त्वप्रदीपिका