| गुणस्थानों में आस्रव के उत्तर प्रत्यय |
नाना जीवों की अपेक्षा | एक जीव की अपेक्षा |
गुणस्थान | प्रत्यय | जघन्य | उत्कृष्ट |
संख्या | अनुदय | व्युच्छित्ति | संख्या | प्रत्यय | संख्या | प्रत्यय |
मिथ्यादृष्टि | 55 | 2 | 5 | 10 | १ मिथ्यात्व, २ असंयम, ३ कषाय, १ वेद, हास्य-रति / शोक-अरति, १ योग | 18 | १ मिथ्यात्व, ७ असंयम, ४ कषाय, १ वेद, हास्य-रति / शोक-अरति, भय, जुगुप्सा, १ योग |
सासादन | 50 | 7 | 4 | 10 | २ असंयम, ७ , १ योग | 17 | ७ असंयम, ९ , १ योग |
सम्यग्मिथ्यादृष्टि | 43 | 14 | 0 | 9 | २ असंयम, ३ कषाय, १ वेद, हास्य-रति / शोक-अरति, १ योग | 16 | ७ असंयम, ३ कषाय, १ वेद, हास्य-रति / शोक-अरति, भय, जुगुप्सा, १ योग |
असंयत सम्यग्दृष्टि | 46 | 11 | 7 |
संयतासंयत | 37 | 20 | 15 | 8 | २ असंयम, २ कषाय, १ वेद, हास्य-रति / शोक-अरति, १ योग | 14 | ६ असंयम, २ कषाय, १ वेद, हास्य-रति / शोक-अरति, भय, जुगुप्सा, १ योग |
प्रमत्तसंयत | 24 | 33 | 2 | 5 | १ कषाय, १ वेद, हास्य-रति / शोक-अरति, १ योग | 7 | १ कषाय, १ वेद, हास्य-रति / शोक-अरति, भय, जुगुप्सा, १ योग |
अप्रमत्तसंयत | 22 | 35 | 0 |
अपूर्वकरण | 22 | 35 | 6 |
अनिवृत्तिकरण | प्रथम भाग | 16 | 41 | 1 | 2 | १ कषाय, १ योग | 3 | १ कषाय, १ वेद, १ योग |
द्वितीय भाग | 15 | 42 | 1 |
तृतीय भाग | 14 | 43 | 1 |
चतुर्थ भाग | 13 | 44 | 1 |
पंचम भाग | 12 | 45 | 1 |
छठा भाग | 11 | 46 | 1 |
सातवाँ भाग | 10 | 47 | 0 |
सूक्ष्मसाम्पराय | 10 | 47 | 1 | 2 | १ कषाय, १ योग | 2 | १ कषाय, १ योग |
उपशान्त कषाय | 9 | 48 | 0 | 1 | १ योग | 1 | १ योग |
क्षीण कषाय | 9 | 48 | 4 |
सयोग केवली | 7 | 50 | 7 |
कुल बंध प्रत्यय = 57 |