मुख्तार :
जीव द्रव्य में ज्ञान, दर्शन, सुख, वीर्य, चेतनत्व और अमूर्तत्व के छः विशेष गुण पाये जाते हैं । पुद्गल द्रव्य में स्पर्श, रस, गंघ, वर्ण, मूर्तत्व, और अचेतनत्व ये छः गुण पाये जाते हैं । धर्मादिक चार द्रव्यों में पाये जाने वाले विशेष गुणों की संख्या - |