पं-रत्नचन्द-मुख्तार
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प्रश्न
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ते कुतो ज्ञेयाः ? ॥32॥
अन्वयार्थ :
वे इक्कीस प्रकार के स्वभाव कैसे जाने जाते हैं, अर्थात् किसके द्वारा जाने जाते हैं ?
मुख्तार
मुख्तार :
स्वभावों को जानने के उपाय क्या है?