+ एक-स्‍वभाव -
स्‍वभावानामेकाधारत्‍वादेकस्‍वभाव: ॥110॥
अन्वयार्थ : सम्‍पूर्ण स्‍वभावों का एक आधार होने से एक स्‍वभाव है ।

  मुख्तार 

मुख्तार :

अनेक गुणों, पर्यायों और स्‍वभावों का एक द्रव्‍य सामान्‍य आधार होने से द्रव्‍य एक स्‍वभावी है ।

सामान्‍यरूपेणैकत्‍वमिति ॥सं.न.च.६५॥
अर्थ – सामान्‍य की अपेक्षा एक स्‍वभाव है ।