अन्वयार्थ : इसी प्रकार अन्य द्रव्यों में भी यथासम्भव उपचरित-स्वभाव जानना चाहिये ।
मुख्तार
मुख्तार :
धर्म-द्रव्य, अधर्म-द्रव्य, आकाश-द्रव्य और काल-द्रव्य इन चार में उपचरित स्वभाव नहीं है (सूत्र ३० व ३१) । मात्र जीव और पुद्गल इन दो द्रव्यों में उपचरित-स्वभाव होता है ।