+ अनित्‍य-स्‍वभाव -
केनचित्‌ पर्यायार्थिकनयेन अनित्यस्वभावः ॥153॥
अन्वयार्थ : किसी पर्यायार्थिक नय की अपेक्षा अनित्‍यस्‍वभाव है ।

  मुख्तार 

मुख्तार :

सत्तागौणत्‍वेनोत्‍पादव्‍ययग्राहकस्‍वभावोऽनित्‍यशुद्धपर्यायार्थिक नय का कथन सूत्र ६० में है । इस नय की अपेक्षा अनित्‍य-स्‍वभाव है ।