+ शुद्ध-स्‍वभाव -
शुद्धद्रव्‍यार्थिकेन शुद्धस्‍वभाव: ॥174॥
अन्वयार्थ : शुद्ध द्रव्‍यार्थिक-नय की अपेक्षा शुद्ध-स्‍वभाव है ।

  मुख्तार 

मुख्तार :

शुद्ध-स्‍वभाव शुद्ध-द्रव्‍यार्थिक नय का विषय है । शुद्ध-द्रव्‍यार्थिक नय का कथन सूत्र १८५ में है ।