+ नय के प्रकार -
स द्वेधा सविकल्‍पनिर्विकल्‍पभेदात् ॥182॥
अन्वयार्थ : सविकल्‍प और निर्विकल्‍प के भेद से नय भी दो प्रकार है ।

  मुख्तार 

मुख्तार :

नय दो प्रकार का है दुर्नय और सुनय । सापेक्ष अर्थात् सविकल्‍प सुनय है और निरपेक्ष, निर्विकल्‍प दुर्नय है । (का.अ.२६६/१९०)

॥ इस प्रकार नय की व्‍युत्‍पत्ति का कथन हुआ ॥