+ द्रव्‍यार्थिक-नय -
द्रव्‍यमेवार्थः प्रयोजनमस्‍येति द्रव्‍यार्थिकः ॥184॥
अन्वयार्थ : द्रव्‍य जिसका प्रयोजन (विषय) है वह द्रव्‍यार्थिक नय है ।

  मुख्तार 

मुख्तार :

सूत्र ४१ के विशेषार्थ में इसका विशेष कथन है ।