+ अनादि-नित्‍य पर्यायार्थिक-नय -
अनादिनित्‍यपर्याय एवार्थः प्रयोजनमस्‍येत्‍यानादिनित्‍य-पर्यायार्थिकः ॥192॥
अन्वयार्थ : अनादि-नित्‍य पर्याय जिसका प्रयोजन है वह अनादि-नित्‍य पर्यायार्थिक नय है ।

  मुख्तार 

मुख्तार :

मेरू आदि, पुद्गल द्रव्‍य की अनादि-नित्‍य पर्याय है । इस नय का विशेष कथन सूत्र ५८ में है ।