
मुख्तार :
शुद्ध-द्रव्य की पर्याय शुद्ध होती है । धर्म-द्रव्य, आकाश-द्रव्य, काल-द्रव्य, सिद्ध जीव-द्रव्य और परमाणुरूप पुद्गल-द्रव्य शुद्ध-द्रव्य हैं अतः इनकी पर्यायें भी शुद्ध हैं, जो शुद्ध-पर्यायार्थिक नय का विषय है । शुद्ध-पर्यायार्थिक नय के नित्य, अनित्य की अपेक्षा दो भेद हैं जिनका कथन सिूत्र ६२ व ६० में है । |