+ भेद -
तावन्‍मूलनयौ द्वौ निश्‍चयो व्‍यवहारश्‍च ॥215॥
अन्वयार्थ : नयों के मूल भेद दो हैं- एक निश्‍चय नय और दूसरा व्‍यवहार नय ।

  मुख्तार