पंचसए छठ्वीसे विक्कमरायस्स मरणपत्तस्स ।
दक्खिणमहुराजादो दाविडसंघो महामोहो ॥28॥
पञ्चशते षड्विंशति विक्रमराजस्य मरणप्राप्तस्य ।
दक्षिणमथुराजातः द्राविडसंघो महाघोरः ॥२८॥
अन्वयार्थ : विक्रमराजा की मुत्यु के ५२६ वर्ष बीतने पर दक्षिण मथुरा (मदुरा) नगर मे यह महामोहरूप द्राविडसंघ उत्पन्न हुआ ।
*'ग' प्रति में 'दुण्णि सए पंच उत्तरे' ऐसा पाठ है, जिसका अर्थ होता है - २०७ वर्ष ।