विशेष :
किस संहनन से मरकर किस गति तक उत्पन्न होना सम्भव है |
संहनन | प्राप्तव्य स्वर्ग | प्राप्तव्य नरक |
वज्रऋषभनाराच | पंच अनुत्तर | ७ वें नरक |
वज्रनाराच | नव अनुदिश | ६ नरक तक |
नाराच | नव ग्रैवेयक तक |
अर्धनाराच | अच्युत तक |
कीलित | सहस्रार तक | ५ वें नरक तक |
असंप्राप्तासृपाटिका | सौधर्म से कापिष्ठ तक | ३ नरक तक |
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गो.क./मू./२९-३१/२४ और गो.क./जी.प्र./५४९/७२५/१४ |
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