+ गोत्र कर्म के त्रिसंयोग भंग -
गोत्र कर्म के त्रिसंयोग भंग

  विशेष 

विशेष :


गोत्र कर्म के त्रिसंयोग भंग
बंध नीच नीच उच्च उच्च नीच 0 0
उदय नीच उच्च उच्च नीच नीच उच्च उच्च
सत्त्व 2 (नीच / उच्च) 2 (नीच / उच्च) 2 (नीच / उच्च) 2 (नीच / उच्च) 1 (नीच) 2 (नीच / उच्च) 1 (उच्च)
भंग 1 2 3 4 5 6 7