| क्षेत्र |
नाम |
स्त्री |
पिता-माता |
विशेष |
| जंबूद्वीप -> पूर्व-विदेह -> पुष्कलावती -> पुंडरीकिणी |
पुरुरवा |
कालिका |
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| सौधर्म-स्वर्ग |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> कोशल -> अयोध्या |
मरीचि |
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भरत-चक्रवर्ती / धारिणी |
त्रिदण्डी वेष, परिव्राजक शास्त्र की रचना, शिष्य कपिल |
| ब्रह्म-स्वर्ग |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> अयोध्या |
जटिल |
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कपिल-ब्राह्मण / काली |
वेद-मति |
| सौधर्म-स्वर्ग |
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| अयोध्या -> स्थूणागार |
पुष्पमित्र |
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भारद्वाज-ब्राह्मण / पुष्पदंता |
सांख्य-मत का प्रचार |
| सौधर्म-स्वर्ग |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> श्वेतिक |
अग्निसह |
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अग्निभूति ब्राह्मण / गौतमी |
एकांत मत के शास्त्र का ज्ञाता, परिव्राजक |
| सानत्कुमार-स्वर्ग |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> मंदिर |
अग्निमित्र |
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गौतम-ब्राह्मण |
त्रिदण्डी |
| माहेन्द्र-स्वर्ग (५वें स्वर्ग?) |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> मंदिर |
भारद्वाज |
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सायंकायन-ब्राह्मण / मंदिरा |
त्रिदण्डी |
| ब्रह्म-स्वर्ग |
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| असंख्यात त्रस-स्थावर योनियों में जन्म |
| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> मगध -> राजगृह |
स्थावर |
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शांडिलि-ब्राह्मण / पारासिरी |
वेद-मति / परिव्राजक दीक्षा |
| माहेन्द्र-स्वर्ग (५वें स्वर्ग?) |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> मगध -> राजगृह |
विश्वनंदी |
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विश्व-भूति राजा / जैनी |
विश्वभूति का छोटा भाई विशाखभूति (आगे दसवें स्वर्ग में देव) के बेटे विशाखनंद के मायाचार के बदले दीक्षा धारण की और निदान पूर्वक मरण |
| महाशुक्र-स्वर्ग |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> सुरम्य-देश -> पोदनपुर |
त्रिपृष्ट |
स्वयंप्रभा (ज्वलनजटी / वायुवेगा की पुत्री) |
प्रजापति / मृगावती |
विजय-बलभद्र (विशाखभूति का जीव, जयावती रानी द्वारा), मुक्त हुआ; अश्वग्रीव (विशाखनन्द का जीव) विजयार्ध-पर्वत की उत्तर श्रेणी में अलका नगरी (मयूरग्रीव राजा, नीलांजना रानी का पुत्र), सातवें नरक में गया |
| सातवें नरक |
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| वनिसिंह-पर्वत |
क्रूर सिंह |
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| पहला नरक |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> हिमवान पर्वत के ऊपर |
सिंह |
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चारण-ऋद्धि धारी अजितञ्जय और अमितगुण मुनि द्वारा सम्बोधन |
| सौधर्म-स्वर्ग |
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| धातकी-खंड -> पूर्व-विदेह -> मंगलावती देश -> विजयार्ध पर्वत -> कनकप्रभ |
कनकोज्वल |
कनकावती |
कनकपुंख / कनकमाला |
जिनदीक्षा |
| लान्तव (७) स्वर्ग |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> कौशल देश -> अयोध्या |
हरिषेण |
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वज्रसेन राजा / शीलवती रानी |
मुनिव्रत |
| महाशुक्र (१०) स्वर्ग |
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| धातकी-खंड -> पूर्व-विदेह -> पुष्कलावती देश -> पुण्डरीकिणि |
प्रियमित्र चक्रवर्ती |
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सुमित्र / सुव्रता |
जिनदीक्षा |
| सहस्रार (१२) स्वर्ग |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> छत्राकार |
नन्द |
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नंदिवर्धन राजा / वीरवती रानी |
जिनदीक्षा, तीर्थंकर प्रकृति का बंध |
| अच्युत (16) स्वर्ग में इन्द्र |
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| जंबूद्वीप -> भरत-क्षेत्र -> कुंडलपुर |
वर्धमान |
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सिद्धार्थ राजा / त्रिशला रानी |
भगवान महावीर |